पढ़ाई और खेलों में समन्वय कैसे स्थापित करें
(ANU AGARWAL) शिक्षा मनुष्य का सर्वांगीण विकास करती है और उस विकास का पहला सोपान है- शारीरिक विकास| हमारे देश के अधिकांश अभिभावकों की मानसिकता यही है कि “खेलोगे कूदोगे बनोगे खराब पड़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब| अभिभावकों को अपने बच्चों का खेलकूद में भाग लेना समय बर्बाद करने जैसा लगता है| परन्तु केवल मानसिक विकास […]